नज़र भर के हमें देख लो तो हम जिंदा हो जाए।
रूकी हुई सासों मे फिर से जान आ जाए।।
दिल तो कहता है आप मेरे ही हो जन्मों से।
डरती हूँ कहीं आप फिर से खफ़ा ना हो जाए।।
दिल के तमाम जख्मों पर आप बस हाथ रख दो।
बेइन्तहां दर्द में भी मुझे कुछ तो करार आ जाए।।
खुदा के वास्ते छीन भी लो अब मेरे होश-ओ-हवास।
होश आया तो आपसे दूरी के डर से कहीं मर ना जाए।।
छोड़ ना जाना मुझे कहीं आप गमों के इस मझधार में।
आप चाहो तो मेरी जीवन की कश्ती उस पार लग जाए।।
Regards,
रूकी हुई सासों मे फिर से जान आ जाए।।
दिल तो कहता है आप मेरे ही हो जन्मों से।
डरती हूँ कहीं आप फिर से खफ़ा ना हो जाए।।
दिल के तमाम जख्मों पर आप बस हाथ रख दो।
बेइन्तहां दर्द में भी मुझे कुछ तो करार आ जाए।।
खुदा के वास्ते छीन भी लो अब मेरे होश-ओ-हवास।
होश आया तो आपसे दूरी के डर से कहीं मर ना जाए।।
छोड़ ना जाना मुझे कहीं आप गमों के इस मझधार में।
आप चाहो तो मेरी जीवन की कश्ती उस पार लग जाए।।
Regards,