हरकत तो कर रहे हैं अब क्या उन के लब कहें
मालिक हैं अपने दिल के वो जो चाहे जब कहें
जज़्बात बरसाते हैं वो यूं बात बात में
कोई खबर नहीं कि वो क्या जाने कब कहें
शायद कभी कह पाएं उन से अपने दिल की बात
उन के मिज़ाज़ में दिखे नरमी तो तब कहें
कहने को कुछ उन से बहुत अरसे से हैं बेताब
पर बात है ऐसी कि जब हो जाए शब कहें
ऐसे भी आए वक्त राह-ए-इश्क में
गुज़री है सारी रात कि वो कुछ तो अब कहें.
Regards,
मालिक हैं अपने दिल के वो जो चाहे जब कहें
जज़्बात बरसाते हैं वो यूं बात बात में
कोई खबर नहीं कि वो क्या जाने कब कहें
शायद कभी कह पाएं उन से अपने दिल की बात
उन के मिज़ाज़ में दिखे नरमी तो तब कहें
कहने को कुछ उन से बहुत अरसे से हैं बेताब
पर बात है ऐसी कि जब हो जाए शब कहें
ऐसे भी आए वक्त राह-ए-इश्क में
गुज़री है सारी रात कि वो कुछ तो अब कहें.
Regards,
2 comments:
are wah priyanka ji aapko kar jajbat ki jankari hai aur use shabdon mein bhi bakhoobi dhalna aata hai.maan gye
तुम फिर आओ कि तमन्ना फिर से मचल जाये
तुम मुस्कुराओ तो हम फिर से मुस्कुराये
तुम लवों को फिर हिलाओ कि मेरे गीतों को उम्र मिल जाये
रोक सको तो रोक लो यादों को कहीं फिर से रुला न जाये
तमाम उम्र हम भटक'ते रहे प्यार के खातिर
तुम एक कदम मेरी तरफ़ बढाओ कि मज़िंल मिल जाये
तुम'से दुर होकर आज ये जाना कि कित'ने बेबस हैं हम
तुम फिर से हुमें अप'ना कहो तो जीवन तेरे नाम कर जाये
कुछ सासें बाकि हैं कि कुछ आर्ज़ू बाकि हैं अभी
तुम गले लगाओ फिर से कि हम सब कुछ भूल जाये
अभी और वक्त बाकि है, कुछ चाल बाकि है किस्मत के
कि तुम कोई चाल नयी चलो कि फिर से हम तुम एक हो जाये
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