Thursday, May 22, 2014

****जीने का अंदाज *****

जीने का अंदाज यारों,अब हमें भी आ गया हैं,
किसी ने बडे मज़े से,गम का जाम पिला गया हैं .......
यादों के मयखाने में,छलकती दर्द की सुराही ,
हर घूंट धीरे-धीरे,ज़ख्मों पे मरहम लगा गया हैं...........
बेवफ़ाई के किस्से,हमने भी सुने थे बहुत ,
दिल के टुकडे समेटने का,हुनर हमें भी आ गया हैं ...............

1 comment:

ashish said...

Priyanka ji waqt ek jaisa nahi rehta hameha