Apne Daman Ko Zara Baccha Ke Rakhiyega, Sard Aahon Se Bhi Hum AAG Laga Deten Hai........ हमसे पूछो मोहब्बत किस पाक अहसास का नाम है, जो छलके और छलकाए दीवानों को, ये वो बेमिसाल जाम है । सुबह के वक्त की लाली है ये, और कभी न ढलने वाली हसीन शाम है
Wednesday, July 18, 2007
*****मौत का है समां*******
Zindgi Kabhi Kabhi Itna Mazboor Kar Deti, Ki Inssan Mazboor Ho Jata Hai Iss Duniya Ko Chodh Kar Chale Jaane Ko.............
Koi Chara Nahi Rehta Usske Paass...........Siway mar Jane Ko................
लो चुकी ज़िन्दगी, मौत का है समां
एक लमहा है दोनों के अब दरमियां
जो उजड़ा ज़मीं पे तो गम कुछ नहीं
अब फ़लक पर बनेगा मेरा आशियां
न हस्ती न कुछ भी है मेरा वज़ूद
क्यों रहें इस जहां में कदम के निशां
चाहे मायूस है मेरा चेहरा मगर
मेरी फ़ितरत में हैं लाख शोले निहां
अलविदा कर चली मैं जहां को
अब हुआ खत्म चाहती हैं ये दूरियां.
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6 comments:
*****"तेरी जुदाई का गम"*****
यूं तो तेरी जुदाई का मुझे गम ना होगा,
मगर वो जीना भी भला मौत से कम ना होगा
भूलूंगा भला कैसे तेरी प्यार की बातों को
तेरा जाना इस जहां से कयामत से कम न होगा
चाहा है तुम्हें पूजा है तुम्हें जीवन भर दिल से
है तुमसे कितना प्यार तुम्हें इल्म ना होगा
जब तुम न रहोगी तो बहारें आएंगी कैसे
हरा भरा चमन कभी मेरे प्यार का ना होगा
अश्क आंखो से बहेंगे दिल रोएगा अकेले में
तुम्हें मेरी तड्फ का मेरी जान् पता ना होगा
Bahut khoob!! Really Wonderful..
Zindagi aur maut mein ek pal hi ka to faasla hai
Jeena to kaam hai unka hain jinme hausalaa hai
Muskuraakar Zindagi ko gale lagaalo
Maut to Parvar-di-gaar ka faisala hai
(Genuinely Uttam's)
ye to khub rahi priyanka ji.
jitni bhi behatreen shayari aapne abhi tak likhi hain unme se ye ek jaroor honi chahiye agar aapki shayari ki merit banayee jaye to.
lekin merit banana bahut muskil kam hoga kyonki aapke har lafz hi lajawab hain.aapke lafzon ko lafzon mein bayan karna na mumkin hai.
plz write these type of philosphical shayari further.........
Very nice Priyanka jeee
Zindgi Kabhi Kabhi Itna Mazboor Kar Deti, Ki Inssan Mazboor Ho Jata Hai Iss Duniya Ko Chodh Kar Chale Jaane Ko.............
Koi Chara Nahi Rehta Usske Paass...........Siway mar Jane Ko...
Bilkul sahi kaha koi chara nahi rahta siway mar jane k...........
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i read this shayari everytime when i login and as more times i read this pleased me more
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